Block Ishq - 1 in Hindi Short Stories by Shrikar Dixit books and stories PDF | Block इश्क़ (भाग 1)

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Block इश्क़ (भाग 1)

यूँ तो बहुत आसान होता है किसी को ब्लॉक करना,दिल पे क्या गुज़रती है कभी सोचो तो सही,एक वो शख्स जिसने ख़ुद से बढ़कर चाहा हो किसी को,हर बुरे पल में साथ दिया हो जिसने,जिसने उम्मीद ना की हो कभी तुमसे इस तरह के व्यावहार की.. आज की कहानी एक हकीकत को बयां करती है.. इस हकीकत से शायद हर वो शख्स गुजरा होगा जिसने किसी से प्यार किया होगा... जिंदगी की भीड़ भाड़ में कहीं किसी मोड़ पर,किसी रास्ते पर,कहीं सफर में या किसी क्लास में,कहीं ना कहीं कुछ ऐसा होता है कि क़िस्मत आपको एक ऐसे शख्स से मिला देती है जिससे आपको प्यार हो जाता है या उसे आपसे हो जाता है.. ऐसा ही एक इश्क़ हुआ सीधे सादे भोले भाले शख्स उज्ज्वल को... और ये इश्क़ कोई आम इश्क़ नहीं था क्यूंकि ना ही इसमें इज़हार हुआ और ना ही इंकार हुआ.... मगर दोनों को एक दूसरे से प्यार हुआ,उज्जवल म्यूजिक का शौक रखता था आंखों पर राउन्ड ग्लासेस के साथ नॉर्मल सा दिखने बाला ये शख्स कोई आम शख्स नहीं था... जब वो गाता था तो लोगों की भीड़ जमा हो जाती थी... हर रोज की तरह पियानो पर अपनी उंगलियों को फिराते हुए उज्जवल सरगम का रियाज कर रहा था... अचानक से उसकी नज़र एक ब्लू टॉप पहने हुए लड़की पर पड़ी... उसकी नज़रें जैसे लड़की पर टिक सी गई,ऐसा नहीं था कि उज्जवल ने इससे पहले कभी कोई लड़की नहीं देखी थी मगर इतनी खूबसूरत... ना जी ना... जिसके होंठों पे तिल,जुल्फ के बादल बिखरे हुए,होंठों की लालिमा जैसे सुबह का उगता सूरज हो,कानों की बालियां जैसे टिमटिमाते तारे,और फिग़र किसी खूबसूरत अदाकारा से कम नहीं था,.. अब इतनी खूबसूरत बला को देखने के लिए भला किसकी आंखें नहीं टिक जायेगी.. अचानक से वो उज्जवल के पास बाली चेयर पर आकर बैठ गयी... क्या सोच रहे हो आँखों के सामने चुटकी बजाते हुए नैना ने कहा... I am new student of your group,Myself नैना तिवारी,इतना बोलते हुए नैना ने अपना हाथ आगे बढ़ाया उज्जवल ने हाँथ मिलाया.. और उसे देखता ही रह गया...,सुना है आप काफ़ी अच्छा गाते हैं हमे भी कुछ सुनाईये,उज्जवल कहता है नहीं नहीं ऐसा कुछ नहीं है वो बस ऐसे ही थोड़ा बहुत शौक है... गाने बजाने का बस ऐसे ही सीखा है थोड़ा बहुत...तो थोड़ा बहुत ही सुना दो,नैना ने चुटकी लेते हुए कहा... उज्जवल थोड़ा मुस्कुराया और उँगलियों को पियानो पर रखते हुए एक sad song की धुन प्ले करने लगा.. नैना ने आँखों को बंद कर लिया और पूरा ध्यान उसी धुन पर लगा दिया.. उज्जवल ने गाना गाना शुरू किया.. नैना ने पूरा song बहुत ध्यान से सुना,बाकी सारे कोचिंग के बच्चे भी उज्जवल का गाना सुनने के लिए एकत्रित हो गए थे जैसे ही song खत्म हुआ.. सारे बच्चों ने clapping के साथ उज्जवल की तारीफ की.. और फ़िर एक एक करके सभी classes मे वापस चले गए... रह गए नैना और उज्जवल.... नैना उज्जवल की आँखों में देखते हुए कितना दर्द रखते हो आवाज़ में... कहाँ से लाते हो इतना दर्द... ऐसा लगता तो नहीं किसी गर्लफ्रेंड ने दिया होगा या कोई और माजरा है... उज्जवल हंसते हुए नहीं नैना जी बस जिंदगी में कई दर्द रहते हैं सिर्फ़ इश्क़ ही काफ़ी नहीं होता जुबां के लिए... बहुत सारी कहानियां रहती हैं कुछ ऐसी जो बयां हो जाती है और कुछ ऐसी जो कभी हम नहीं कह सकते.... खैर छोड़ो नैना ने उज्जवल की बात को काटते हुए कहा आपको मुझे सिखाना है मेरे को सर ने बोला है ऐसा आप सिखाएँगे ना... उज्जवल मुस्कराते खैर जितना आता है बस उतना ही... हाँ हाँ उतने में तो हम अच्छे ख़ासे सिंगर बन जायेंगे.. नैना ने चुटकी लेते हुए कहा... खैर आज का वक़्त हो चला है मुझे जाना होगा... अरे अभी.. नैना ने कहा.. हाँ और नहीं तो क्या? पूरे दो घंटे हो गए आज.. उज्जवल ने नैना की तरफ देखते हुए कहा....ओके..
जैसे ही उज्जवल जाने को हुआ नैना ने कहा अगर आप को बुरा ना लगे तो क्या मैं आपका whatsapp नंबर जान सकती हूँ.. हाँ हाँ क्यूँ नहीं 9690****** बताते हुए उज्जवल चल दिया... नैना क्या मैं कॉल कर सकती हूँ..
उज्जवल पलट कर देखते हुए मुस्कराते हुए ओके पहले मैसेज कर देना...नैना मुस्कुराते हुए कुछ बोली नहीं.... उज्जवल घर पहुंचा ही था कि बेड पर प़डा फोन बजने लगा.... Bathroom से भागता हुआ अभी किसका कॉल आ गया है.. देखता है एक न्यू नंबर था... उज्जवल फोन उठाता है हैलो.. उधर से एक मधुर सी ध्वनि कानों में गूंजती है हैलो मैं नैना बोल रही हूँ ये मेरा नंबर है सेव कर लेना,उज्जवल ओके बोलते हुए अरे तो message कर देती आप,कॉल अचानक से,कोई उठा लेता तो मेरा तो काम हो जाता... क्यूँ क्या हुआ यार तुम तो ऐसे बोल रहे हो जैसे मैं तुम्हारी फ्रेंड नहीं गर्लफ्रैंड हूँ... नहीं नहीं वो बात नहीं है यार वो क्या है ना कि मेरी फॅमिली सिर्फ़ boys से ही बात करना allowed करते हैं.. गर्ल्स से नहीं... कौनसी दुनिया में जी रहे हैं सभी,अभी ऐसा कोई काम नहीं है जो लड़कियां कर नहीं सकती.. कितना मॉडर्न हो गए हैं सभी मगर तुम्हारी फॅमिली अभी भी वो ही ओल्ड थिंकिंग के हैं.. नैना बोली,उज्जवल बात काटते हुए बोला नहीं यार ऐसा नहीं है बस वो उन्हें इस बात का डर रहता है कि कहीं मैं आजकल की ल़डकियों के चक्कर में ना पड जाऊं.....